
G20 समिट के लिए भारत आए विदेशी मेहमानों के सम्मान में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने डिनर होस्ट किया। मेन्यू में सभी वेजिटेरियन यानी शाकाहारी डिश शामिल की गईं। मेन्यू पर भी प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया की जगह प्रेसिडेंट ऑफ भारत लिखा। मेन्यू को भारत की परंपरा, रीति-रिवाज और विविधता को ध्यान में रखकर तैयार किया गया।
डिनर का मेन्यू वसुधैव कुटुंबकम एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य की भावना को समर्पित किया गया। इसमें कश्मीरी कहवा, दार्जीलिंग की चाय, मुंबई पाव, अंजीर-आडू मुरब्बा सहित देश की कई मशहूर डिश को शामिल किया गया। मेन्यू में मिलेट्स से बनी डिश भी शामिल की गईं।
डिनर के लिए भारत मंडपम पहुंचे मेहमानों का स्वागत नालंदा यूनिवर्सिटी के बैकग्राउंड के सामने किया गया। PM मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, ब्रिटिश PM ऋषि सुनक और उनकी पत्नी अक्षता को नालंदा यूनिवर्सिटी के इतिहास के बारे में बताया।
डिनर में राष्ट्राध्यक्षों, डेलीगेट्स, भारत के कई राज्यों के मुख्यमंत्री, केंद्रीय और राज्य मंत्रियों समेत लगभग 300 लोग शामिल हुए।

मंत्रियों को भी निमंत्रण
डिनर में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और उनकी पत्नी सुदेश धनखड़ भी शामिल हुईं। पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और पूर्व उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू के अलावा मोदी कैबिनेट के मंत्रियों को भी निमंत्रण दिया गया। इनमें राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी, निर्मला सीतारमण, नरेंद्र सिंह तोमर, एस जयशंकर, अर्जुन मुंडा, स्मृति ईरानी, पीयूष गोयल, धर्मेंद्र प्रधान और प्रह्लाद जोशी शामिल हैं।











डिनर में कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे को न्योता नहीं
G20 के इस डिनर को लेकर देश में कुछ विवाद भी हुए। दरअसल, राष्ट्रपति मुर्मू की तरफ से जारी हुए डिनर के इन्विटेशन कार्ड पर President Of India की जगह President Of Bharat लिखा गया था। इसका विपक्ष ने विरोध किया था।
वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को न्योता नहीं दिया गया। इस पर ब्रसेल्स में राहुल गांधी ने कहा था कि ये इस बात का सबूत है कि सरकार देश की 60% जनता के नेता को महत्व नहीं देती है।
आयोजक तय करता है डिनर का मेन्यू
विदेशी मेहमानों को क्या परोसा जाएगा, इस पर आखिरी फैसला तो आयोजन के होस्ट, यानी राष्ट्रपति या प्रधानमंत्री ही लेते हैं। विदेशी मेहमान का मेन्यू तैयार करने से पहले प्रोटोकॉल ऑफिसर मेहमानों के दफ्तर से पता करते हैं कि उनकी डाइटरी हैबिट्स क्या हैं, उनके कोई मेडिकल इश्यूज तो नहीं है या उनको सबसे ज्यादा क्या खाना पसंद है।
इसके बाद अतिथि देवो भव: के विचार से ऐसा मेन्यू तैयार किया जाता है, जिसे मेहमान पसंद करें और खाने के बाद उन्हें खुशी हो।