
शिवपुरी। आज दिनांक 15 मई दिन सोमवार आज खैरौना रामजी बाबा मंदिर में भगवान श्रीराम को गंगाजी पार करने वाले श्री केवट महाराज की जयंती मनाई गई। रामजुबाबा मंदिर के अध्यक्ष कल्याण सिंह माझी ने बताया की समाज के लोगों द्वारा सुबह भगवान श्रीराम के साथ केवट महाराज की विशेष पूजा आर्चना कि गई। एवं उनके जीवन पर संगठन पदाधिकारीयो ने अपने अपने विचार रखे। मुख्य अतिथि अमित प्रताप सिंह अपने उद्बोधन में बताया कि हर साल वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को केवट महाराज की जयंती मनाई जाती है। जिन्होंने त्रेतायुग में भगवान श्री रामजी को वनवास के दौरान गंगा जी के इस तट से उस तट पर नाव से पार कराया था। प्रसन्न होकर भगवान श्रीराम एवं माता सीता जी ने आशीर्वाद प्रदान किया था। पति के हृदय को जानने वाली माता सीता जी ने आनन्द भरे मन से अपनी रत्नजटित अंगूठी उतारी और प्रभु श्रीराम को दे दी। प्रभु श्रीराम ने श्री केवट महाराज से कहा नाव की उतराई ले लीजिए, तभी श्री केवट महाराज ने व्याकुल होकर प्रभु श्रीराम के चरण पकड़ लिए और रत्नजटित अंगूठी को लेने से मना कर दिया और कहा कि हे प्रभु जिस प्रकार मैंने आपको गंगा जी पार कराई, उसी प्रकार आप भी हमे इस भवसागर को पार करा देना। भगवान श्रीराम एंव माता सीता जी ने केवट महाराज को आर्शीवाद दिया। कार्यक्रम का संचालक रामकुमार माझी द्वारा किया गया।
कार्यक्रम के अंत मे सभी समाजिक बन्धुओ को प्रसाद वितरण किया गया। कार्यक्रम मे मुख्य अतिथि डॉ अमित प्रताप सिंह (इफको डायरेक्टर मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़)एवं अध्यक्षता कल्याण सिंह माझी कैराना रामजी बाबा मंदिर समिति द्वारा की गई। कार्यक्रम में डॉ. नेकी मुरैना, हरिओम टीकमगढ़, मातादीन (पराश्री), मनीराम (दतिया), कल्याण माझी रामकुमार माझी, रामेश्वर माझी, निषाद राज, पप्पू , रमेशचंद्र, रामकुमार माझी, दीपक माझी, नरेश माझी (पत्रकार डबरा), प्रदीप माझी, रिटायर नायब तहसीलदार किशोरी लाल जाटव, नाथूराम जाटव बल्लू माझी आदि उपस्थित रहे।
मांझी समाज को अजजा में शामिल करने की मांग
कार्यक्रम के दौरान रामजुबाबा मंदिर समिति के अध्यक्ष श्री कल्याण सिंह माझी ने कहा कि पिछड़ा वर्ग की सूची 12 पर दर्ज जातियों के नामों को विलोपित कर अनुसूचित जनजाति की सूची में 29 नंबर पर दर्ज मांझी जाति की उप जातियों के रूप में हमें शामिल करें यह मांग मांझी समाज के पदाधिकारियों की है। मांझी समाज के लोगों ने बताया कि ढीमर, भोई, केवट, निषाद, बाथम, कहार, रायकवार आदि जातियों को पिछड़ा वर्ग की सूची से विलोपित कर अनुसूचित जनजाति की सूची में 29 नंबर पर दर्ज मांझी जाति की उप जातियों के रूप में शामिल करें। साथ ही 1 जनवरी 18 के आदेश को 2005 के स्थान पर आगामी आदेश तक संरक्षण प्रदान किया जाए। माझी समाज आगामी मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में उसी पार्टी को समर्थन करेगा जो पार्टी माझी समाज की समस्याओं को सुलझाने का घोषणा पत्र जारी करेगी।
कांग्रेस सरकार आने पर माझी-मछुआ समाज को उनके अधिकार दिये जायेंगे : कमलनाथ
भोपाल। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने पर मछुआ समाज की उपजातियों को मांझी समाज से जोडऩे की पहल की जाएगी और समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर समाधान किया जाएगा। वचन पत्र में समाज की मांगें शामिल की जाएगी।भाजपा राज में मांझी समाज हमेशा से हताश और निराश हुआ है। हम सब मिलकर मांझी समाज के हक और अधिकार के लिए लड़ाई लड़ेंगे। यह बात प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में केवट जयंती पर आयोजित मछुआ कांग्रेस के पदाधिकारियों की बैठक में कही। मछुआ कांग्रेस के पुरुषोत्तम कहार ने बताया कि भोपाल में केवट जयंती समारोह में उज्जैन से भी बड़ी संख्या में समाजजन शामिल हुए।
मछुआ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष आर्मस्ट्रांग फर्नान्डो, मप्र मछुआ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सदाशिव भंवरिया ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में कांग्रेस नेता दीपक जोशी, कविता कहार, खिरोधर सोंधिया, संजय कहार देवास, कल्याणसिंह माझी, संजय रायकवार, सालिगराम वर्मा, गोवर्धन रायकवार, ओपी रायकवार, चन्द्रप्रभाश शेखर, राजीवसिह, विधायक पीसी शर्मा, जेपी धनोपिया, अशोक सिंह, प्रकाश जैन आदि मौजूद थे। संचालन मछुआ कांग्रेस प्रदेश महासचिव राकेश बाथम ने किया।
केवट समाज की प्रगति, विकास और उन्नति में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी : मुख्यमंत्री चौहान
भोपाल। चुनावी साल में मप्र में कास्ट पॉलिटिक्स दिनोंदिन तेज हो रही है। आज केवट जयंती के मौके पर भोपाल में मुख्यमंत्री निवास में केवट जयंती का आयोजन हुआ। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि शासकीय तालाब और जल-संरचनाओं पर पहला हक मछुआरों का है। दबंगों से तालाबों का कब्जा वापस लेकर मछुआरों को दिया जाएगा। प्रदेश में अभियान चला कर केवट समाज को कब्जा देने का कार्य किया जाएगा। समाज के विकास के लिए कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी। इस कार्यक्रम में मत्स्य पालन एवं मछुआ कल्याण मंत्री तुलसी सिलावट, मछुआ कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष सीताराम बाथम, शिवपुरी के भाजपा जिलाध्यक्ष राजू बाथम, महेश केवट ओरछा के अलावा केवट समाज के लोग मौजूद थे।